Railway: राजस्थान के दो स्टेशनों पर 18 माह में मिलेगी एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं
कोटा जंक्शन और डकनिया रेलवे स्टेशन पर अब प्लेटफॉर्म के ऊपर 36 मीटर चौड़ा कॉनकोर्स बनाया जाएगा। इस कॉनकोर्स पर एयरपोर्ट की तर्ज पर यात्रियों के बैठने के लिए आरामदायक व्यवस्था के अलावा विभिन्न प्रकार के आउटलेट्स की भी सुविधा मिलेगी।
कोटा. कोटा जंक्शन और डकनिया रेलवे स्टेशन पर अब प्लेटफॉर्म के ऊपर 36 मीटर चौड़ा कॉनकोर्स बनाया जाएगा। इस कॉनकोर्स पर एयरपोर्ट की तर्ज पर यात्रियों के बैठने के लिए आरामदायक व्यवस्था के अलावा विभिन्न प्रकार के आउटलेट्स की भी सुविधा मिलेगी। कोटा और डकनिया Railway स्टेशन के रिडव्लपमेंट प्रोजेक्ट की शुक्रवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने समीक्षा की। लोकसभा कैंप कार्यालय में आयोजित समीक्षा बैठक में रेल अधिकारियों ने स्पीकर बिरला को बताया कि दोनों स्टेशनों के डिजाइन को अंतिम रूप देने पर कार्य किया जा रहा था। इसी दौरान रेलवे बोर्ड ने कॉनकोर्स के डिजाइन में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। इसके बाद इस प्रोजेक्ट को दुबारा डिजाइन किया गया है। डकनिया की ड्राइंग फाइनल हो गई है, कोटा स्टेशन की ड्राइंग भी अगले हफ्ते फाइनल कर दी जाएगी।
टेंडर फाइनल होने के बाद कोटा और डकनिया दोनों स्टेशनों का काम 18 माह में पूरा किया जाएगा। स्ट्रिक्ट टाइमलाइन के साथ इसको हर हाल में दिसंबर 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। डकनिया स्टेशन के भविष्य में विस्तार की संभावनाएं देखते हुए इसको चार मंजिला बनाने का प्रावधान किया गया है। यात्रियों को ठहरने की सुविधा देने के लिए डकनिया में 7 रिटायरिंग रूम और दो डोरमेट्री तथा कोटा में 18 रिटायरिंग रूम बनाए जाएंगे। दोनों स्टेशनों पर एस्केलटर और लिफ्ट के भी प्रावधान किए जाएंगे।
पटना-नागपुर के लिए ट्रेन की संभावना तलाशें
बैठक में स्पीकर बिरला ने रेल अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोटा से पटना तथा नागपुर के लिए ओवरनाइट ट्रेन की संभावना तलाश करें। बिहार से बड़ी संख्या में विद्यार्थी और उनके अभिभावक यहां आते हैं। कोटा-पटना एक्सप्रेस दोनों शहरों की दूरी तय करने में काफी समय लेती है। एक ऐसी ट्रेन की आवश्यकता है जो शाम को कोटा से चलकर अगले दिन सुबह पटना पहुंच जाए। ऐसी ही ट्रेन नागपुर के लिए भी आवश्यक है।
कोटा-रतलाम पैसेंजर ट्रेन फिर से चलाएं
अप-डाउनर्स की परेशानी को देखते हुए स्पीकर बिरला ने रेल अधिकारियों को कोटा-रतलाम पैसेंजर भी फिर से प्रारंभ करने को कहा है। बिरला ने अधिकारियों से कड़े लहजे में कहा कि करीब पांच से छह हजार लोग अप-डाउन करते हैं। हमें सहानुभूति और सकारात्मकता के साथ उनकी परेशानी दूर करनी है। 10-15 मिनट के समय परिवर्तन की संभावना के साथ जल्द से जल्द ट्रेन चलाने के प्रयास करें।
अरनेठा में बनेगा फ्लाईओवर
अरनेठा में लेवल क्राॅसिंग नंबर 120 के निकट आवागमन की सुविधा को सुचारू बनाने के लिए रेलवे ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। इस पर 30 करोड़ रूपए खर्च किए जाएंगे। इसके टेंडर को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इसी तरह का एक और रेलवे ओवर ब्रिज सवाई माधोपुर में भी बनाया जाएगा।